हिमाचल प्रदेश को देव भूमि के नाम से जाना जाता है। हिमाचल प्रदेश अपनी संस्कृति के लिए बहुत प्रसिद्ध है। यह बहुत से देवी-देवताओं का आवास स्थान है। यहां के लोग अपनी श्रद्धा के साथ देवी देवताओं की पूजा अर्चना करते हैं तथा उन्हें की पूजा अर्चना के फल स्वरुप इन्हें देवी देवता खुश होकर आशीर्वाद प्रदान करते हैं तथा इनकी इच्छा को पूर्ण करते हैं। आज हम इस लेख के माध्यम से हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले से सम्बन्धित प्रसिद्ध मन्दिरों के बारे में पढ़ेंगे।
शिमला जिले के प्रसिद्ध मंदिर ( Famous Temple in Shimla District)

शिमला जिले के प्रसिद्ध मंदिर ( Famous Temple in Shimla District)
मंदिर | जिला |
जाखू मंदिर | शिमला |
तारा देवी मंदिर | शिमला |
भीमाकाली मंदिर | शिमला(सराहन) |
कामना देवी | शिमला |
कालीबाड़ी मंदिर | शिमला (बैटंनी हिल) |
हाटकोटी मंदिर | शिमला (हाटकोटि) |
सूर्य मंदिर | शिमला |
संकट मोचन हनुमान मंदिर | शिमला |
शिव मंदिर | शिमला (माल रोड) |
जाखू मंदिर (Jakhu Temple)

यह मंदिर हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में स्थित है। यह एक हनुमान का मंदिर है। जाखू मंदिर धार्मिक पर्यटन स्थल के साथ साथ ट्रैकिंग के लिए भी जाना जाता है।जाखू मंदिर में हनुमान जी की 108 फीट ऊंची प्रतिमा की स्थापना की गई है। शिमला में स्थित यह मंदिर विश्व में बहुत प्रसिद्ध है। जाखू मंदिर समुद्र तल से 8048 फीट की ऊंचाई में बना हुआ है।इस मंदिर के विषय में ऐसा माना जाता है कि जब हनुमान जी संजीवनी बूटी लेने जा रहे थे तो उन्होंने यहां पर विश्राम किया था।
तारा देवी मंदिर (Tara Devi Temple)

तारा देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश के शिमला में स्थित है। यह मंदिर शिमला की एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। तारा देवी मंदिर शिमला के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यहां पर बहुत से लोग दर्शन के लिए आते हैं। तारा देवी मंदिर का निर्माण बलवीर सिंह ने करवाया था। इस मंदिर में तारा देवी की लकड़ी की मूर्ति स्थापित की गई है यह मन्दिर शिमला से करीब 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस मंदिर के विषय में ऐसा माना जाता है कि यह 250 वर्ष पुराना है। यह मंदिर समुद्र तल से 6070 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
भीमाकाली मंदिर (Bhimakali Temple)

भीमा काली मंदिर हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के सराहन में स्थित है। यह मंदिर भीमांकाली को समर्पित है जो कि बुशहर शासकों की देवी है। भीमा काली मंदिर शिमला से 180 किलोमीटर की दूरी में स्थित है। सराहन शहर को किन्नौर जिले का मुख्य द्वार के रूप में भी माना जाता है। सराहन शहर प्राचीन समय में बुशहर शासकों की राजधानी थी यह मंदिर बहुत प्राचीन है। यह मंदिर केवल विशेष अवसरों पर ही खोला जाता है। इस मंदिर का निर्माण वास्तु कला शैली के द्वारा करवाया गया था। इस मंदिर में देवी की मूर्ति कुंवारी लड़की तथा एक स्त्री के रूप में स्थापित की गई है।
कामना देवी मंदिर (Kamna Devi Temple)

कामना देवी मंदिर, हिमाचल प्रदेश में शिमला से 6 किलोमीटर की दूरी में स्थित है। कामना देवी मंदिर में काली माता को स्थापित किया गया है। काली माता को दुर्गा देवी का स्वरूप माना जाता है। यह मंदिर एक पहाड़ी पर स्थित है। जो भी इस मंदिर सच्ची श्रद्धा के साथ पहुंचता है, उसकी हर मनोकामना को काली माता पूरी करती है। इस मंदिर के चारों और देवदार के वृक्ष है। यह मंदिर शिमला के प्रोस्पेक्टस हिल में स्थित है यह स्थान ट्रेकिंग के लिए भी प्रसिद्ध है।
कालीबाड़ी मन्दिर (Kalibari Temple)

यह मंदिर हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में स्थित है। यह मंदिर बैटंनी हिल पर स्थित है। यह मंदिर काली माता को समर्पित है। इसलिए यह मंदिर श्यामला के नाम से भी प्रसिद्ध है। पहले यह मंदिर जाखू मंदिर के पास स्थित था। इस मंदिर का निर्माण 1845 में किया गया था। इस मंदिर में काली माता की मूर्ति की स्थापना की गई है जिससे कि फूलों के साथ सजाया गया है। यहां पर दूर-दूर से लोग दर्शन करने के लिए आते हैं। यहां पर शिवरात्रि का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।शिमला शहर का नाम श्यामला देवी के नाम पर ही रखा गया है।
हाटकोटी मंदिर (Hatkoti Temple)

यह मंदिर हिमाचल प्रदेश में शिमला के हाटकोटी गांव में स्थित है जो कि पब्बर नामक नदी पर स्थित है। यह मंदिर शिमला से 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।माता हटेश्वरी को शक्तिशाली देवी का रूप माना जाता है। मंदिर में पत्थरों को स्थापित किया गया है जिससे कि देओल कहा जाता है।इन पत्थरों के बारे में ऐसा माना जाता है कि उनका निर्माण पाडवों ने करवाया था। मन्दिर में स्थित पत्थरों को उनके आकार के आधार पर रखा गया है। इस मंदिर में जंजीरों से बांधकर एक बर्तन रखा गया है। जो की चारु के नाम से प्रसिद्ध है। इस मंदिर में शिवलिंग स्थापित है। यहां पर आयोजन किया जाता है।
सूर्य मंदिर (Surya Temple)

यह मंदिर शिमला शहर से कुछ दूरी पर स्थित है। यह निरथ गांव में स्थित है। यह मंदिर सूर्य को समर्पित है यह मंदिर नगाड़ा से बनाया गया है।इस मंदिर के विषय में ऐसा माना जाता है कि उत्तर भारत में एक ही सूर्य मंदिर प्रसिद्ध है। यह मंदिर लकड़ी से बनाया गया है। इस मंदिर के प्रांगण में बहुत सारे शिवलिंग स्थापित किए गए हैं। ऐसा माना जाता है कि पांडव अपने अज्ञातवास के समय कुछ समय के लिए यहां पर रुके थे। इस मंदिर में दिसंबर महीने में मेले का आयोजन किया जाता है तथा यहां पर आसपास के गांव के लोग ही शामिल होते हैं।
संकट मोचन मंदिर (Sankat Mochan Temple)

संकट मोचन हनुमान मंदिर हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में स्थित है। यह मंदिर तारादेवी मंदिर के पास स्थित है। इस मंदिर का निर्माण 1962 में आरंभ हुआ था तथा 1966 में इस मंदिर का उद्घाटन किया गया था। यह मंदिर राम, सीता,लक्ष्मण, तथा भगवान शिव को भी स्थापित किया गया है। यहां पर दूर-दूर से लोग दर्शन करने के लिए आते हैं। यहां मंगलवार के दिन ज्यादा लोग आते हैं। यहां पर रविवार के दिन भंडारे का भी आयोजन किया जाता है। यहां पर सच्चे मन से प्रार्थना करने से इच्छा पूर्ण होती है।
शिव मंदिर (Shiv Temple)

यह मंदिर हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में स्थित है। यह मंदिर शिमला में माल रोड में स्थित है। यह मंदिर बहुत ही प्राचीन है। इसमें शिव जी के शिवलिंग स्वरूप की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि यह शिवलिंग स्वयं भूमि से उत्पन्न हुआ था। यहां पर शिवरात्रि बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। इस दिन मंदिर को खास तौर पर सजाया जाता है इस मंदिर का निर्माण 1842 में किया गया था। यहां पर दूर-दूर से लोग दर्शन करने के लिए आते हैं।
Join Us
Instagram Page | Click here |
Telegram channel | Click here |