हिमाचल प्रदेश की जलवायु Climate of Himachal Pradesh
हिमाचल प्रदेश में व्यापक जलवायु भिन्नता पायी जाती है। समुद्रतल से ऊँचाई, हरे-भरे जंगल, सदाबहार नदियां सभी जलवायु निर्धारण में सहायक कारक हैं। यहां की वार्षिक औसतन वर्षा 152 से.मी. (60 इंच) है। सर्वाधिक वर्षा कांगड़ा जिले में धर्मशाला तथा सबसे कम लाहौल स्पिति के स्पिति खंड में होती है। विभिन्न क्षेत्रों में ऊंचाई की विविधता के कारण यहां की जलवायु भी विविधतापूर्ण है। कहीं कड़ाके की गर्मी पड़ रही होती है तो कुछ क्षेत्रों में बर्फ जमी रहती है।
शरद ऋतु में 1250 मीटर के नीचे के क्षेत्रों में बर्फ नहीं पड़ती। 1250 से 2000 मीटर वाले क्षेत्रों में बर्फ तो पड़ती है, परन्तु कम और वह भी शीघ्र पिघल जाती है। 2000 मीटर से 4500 मीटर की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ पड़ती है जो लगभग 4 महीने तक जमी रहती है और इससे ऊपर वाले क्षेत्रों में लगभग सारा साल बर्फ रहती है। आमतौर पर हिमाचल प्रदेश के पूरे वर्ष के मौसम को तीन ऋतुओं में बांटा जा सकता है :-
- तौंदी (ग्रीष्म ऋतु)
- बरसात (वर्षा ऋतु)
- हयूंद (शरद ऋतु)
तौंदी (ग्रीष्म ऋतु)
यह प्राय: अप्रैल से जून तक का मौसम है जिसमें शिवालिक क्षेत्रों में अधिकाधिक गर्मी पड़ती है। परन्तु यह गर्मी मध्य और ऊपरी भाग के क्षेत्रों में महसूस नहीं होती क्योंकि वहां ठंडी हवायें चलती रहती हैं। पहाड़ों में बर्फ पिघलती है और नदियों में भरपूर जल आता है।
बरसात (वर्षा ऋतु)
यह मौसम जुलाई से सितम्बर तक माना जाता है। गर्मी में सूखी हुई जमीन बरसात में हरी-भरी हो जाती है और खडे/नाले तथा नदियां पानी से भर जाते हैं और निम्न क्षेत्रों में कहीं-कहीं बाढ़ भी आती हैं। प्रदेश में वर्षा की औसत 160 से.मी. है। सबसे अधिक वर्षा धर्मशाला (कांगड़ा) में 340 से.मी. वार्षिक होती है। यह स्थान देश में वर्षा की दृष्टि से चेरापूंजी (आसाम) के बाद दूसरे स्थान पर आता है।
हयूंद (शरद ऋतु)
यह मौसम अक्टूबर से मार्च तक 6 महीने माना जाता है। इस मौसम को प्रदेश में सर्दी का मौसम मानते हैं। हालांकि असली सर्दी मध्य नवम्बर से मध्य फरवरी तक होती है। अक्टूबर और मार्च के महीने प्रायः आनन्ददायक होते हैं। बर्फ प्राय: दिसम्बर व जनवरी में पड़ती है परन्तु इससे पहले व बाद में कभी-कभी बर्फ पड़ जाती है।
भारतीय सर्वेक्षण विभाग के अनुसार हिमाचल प्रदेश का कुल क्षेत्रफल 55,673 वर्ग कि. मी. है तथा इसे 12 प्रशासनिक खंडों में विभाजित किया गया है। कुल क्षेत्रफल का 32,271 वर्ग कि. मी. क्षेत्र (58.0 प्रतिशत) प्रदेश के राजस्व विभाग द्वारा परिमापित किया गया है। क्षेत्रफल की दृष्टि से जिला हमीरपुर सबसे छोटा है जिसका कुल क्षेत्रफल 1,118 वर्ग कि. मी. (कुल 2.01 प्रतिशत) है तथा लाहौल स्पिति प्रदेश का सबसे बड़ा जिला है, जिसका क्षेत्रफल 13,835 वर्ग कि. मी. (क्षेत्रफल का 24.85 प्रतिशत) है।